चित्र 9.18 में JK मास्टर स्लेव का ब्लॉक डायग्राम प्रदर्शित किया गया है। यह परिपथ फ्लिप फ्लॉप (Flip-flop) को race around conditions से रोकने का उपाय है। परिपथ में दो फ्लिप फ्लॉप प्रयुक्त किये जाते हैं।
एक मास्टर (Master) तथा दूसरा (Slave)) मास्टर एक positive-edge-triggered तथा स्लेव एक negative edge-triggered फ्लिप फ्लॉप होता है। अत: मास्टर फ्लिप फ्लॉप, स्लेव फ्लिप फ्लॉप से पहले इनपुट J तथा K पर प्रचालित हो जाता है।

यदि J = 1 तथा K = 0 है तब मास्टर पॉजिटिव क्लॉक 1 CK edge पर SET हो जाता है तथा इसकी (मास्टर फ्लिप फ्लॉप 0. ब्लॉप को न SET किया जा सकता है और की) ‘HIGH’ आउटपुट (Q) स्लेव फ्लिप फ्लॉप की । इनपुट 1 ” है।
यदि इस समय Q-HIGH’ है तब AN को ड्राइव करती है। इसी प्रकार जब निगेटिव क्लॉक edge आती है । है। इसके विपरीत यदि QLOW तब मास्टर की भाँति स्लेव SET हो जाता है।

यदि J = 0 तथा K = 1 तब मास्टर फ्लिप फ्लॉप क्लॉक पल्स की, leading edge पर RESET हो जाता है। मास्टर की K ‘HIGH’ Q आउटपुट स्लेव की K इनपुट को ड्राइव करती है। अत: क्लॉक पल्स की trailing edge पर स्लेव RESET हो जाता हैं। स्लेव, इस क्रिया को मास्टर की भाँति ही करता है।
यदि मास्टर की इनपुट J = K = 1 अर्थात् / एवं K दोनों करता है तथा स्लेव, निगेटिव क्लॉक edge पर टॉगल करता है। इस प्रकार प्रत्येक स्थिति में स्लेव, मास्टर की Copy करता है अर्थात् यदि मास्टर SET होता है तब स्लेव भी SET होता है। यदि मास्टर RESET होता है तब स्लेव भी RESET होता है।
M/S JK Flip Flop का एक अन्य परिपथ
चित्र 9.19 में मास्टर स्लेव फ्लिप फ्लॉप का एक अन्य परिपथ प्रदर्शित किया गया है –
