नमस्कार दोस्तों इस लेख में हम जानेंगे कि विद्युत विभाग में कोरोना (Corona) क्या होता है कोरोना (Corona) के क्या क्या लाभ होते हैं तथा क्या क्या हानियां होती है। तथा इससे जुड़े हुए अनेक तथ्यों के बारे में जानेंगे।
कोरोना (Corona)
लाइन में वोल्टेज अधिक होने पर चालक तल पर प्रतिबल इतना बढ़ जाता है कि चालक के चारों ओर की वायु भंजित (air breakdown) होकर सुचालक बन जाये। अधिक उच्च वोल्टताओं पर वायु की सुचालक परत भी चालक का एक अंग होती है जिसके फलस्वरूप चालक की प्रभावी त्रिज्या बढ़ जाने से चालक तल पर अधिकतम प्रतिबल का मान कम हो जाता है। चालक के चारों ओर की वायु ब्रेक डाउन होने की क्रिया को कोरोना कहते हैं।

वायुमंडल में आयनों की संख्या, उनका भार तथा प्रति आयन आवेश, वातावरण पर निर्भर करते हैं किन्तु औसत मुक्त पथ (mean free path) मुख्यता वायु घनत्व पर निर्भर करता है। आंधी, ओस, धुन्ध तथा वर्षा आदि के वातावरण में आयनों की संख्या बढ़ जाने से कोरोना अधिक प्रकट होता है। शिरोपरि लाइनों में कोरोना लाइन की भौतिक परिस्थितियों से भी प्रभावित होता है जैसे लाइन वोल्टेज, चालकों के मध्य अन्तराल और चालन की त्रिज्या के अनुपात चालक सतह की आकृति, चालक सतह की दिशा।
कोरोना के लाभ (Advantage of Corona) –
- कोरोना से चालक की सतह के पास की वायु के सुचालक होने के कारण चालक की वास्तविक त्रिज्या बढ़ जाती है जिसके कारण चालकों के मध्य अन्तराल और चालक त्रिज्या का अनुपात कम हो जाने से चालक सतह में प्रतिबल कम हो जाते हैं और चालकों के मध्य स्पार्किंग (Sparking) की कोई सम्भावना नहीं रहती है।
- चालक के कम परिक्षेत्र के द्वारा अधिक धारा संचरित की जा सकती है।
- तड़ित अथवा अन्य कारणों द्वारा क्षणिक प्रभाव उत्पति की सम्भावनायें नहीं रहती।
- संचरण लाइन में वोल्टतापात तथा चालकों में प्रतिरोध के कारण शक्ति हानि कम हो जाती है क्योंकि चालक का प्रभावी परिक्षेत्र अधिक हो जाता है।
कोरोना उत्पति से हानियां (Disadvantage of Corona) –
- कोरोना हानि से संचरण दक्षता (transmission Efficiency) कम हो जाती है।
- उत्पन्न ओजोन गैस, लाइन में लगी सामाग्री को क्षतिग्रस्त करती है।
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