नमस्कार दोस्तों इस लेख में हम जानेंगे कि डायनेमोमीटर टाइप यन्त्र (Dynamometer type measuring instrument) क्या होते हैं? तथा यह कितने प्रकार के होते हैं। शील्डींग क्या होता है तथा इसकी बलाघूर्ण समीकरण क्या होती है। तथा इससे जुड़े हुए अनेक तथ्यों के बारे में जानेंगे।
डायनेमो मीटर टाइप मापन यन्त्र (Dynamometer type measuring instrument)
डायनेमोमीटर टाइप यन्त्रों का प्रयोग सभी आवृत्ति (Power frequency and audio frequency) पर ए.सी. वोल्टमीटर एवं अमीटर की भांति किया जाता है। इसका उपयोग वाट मीटर, VAR मीटर, शक्ति गुणक मीटर एवं आवृत्ति मापक यन्त्रों में किया जाता है।
डायनेमोमीटर टाइप यन्त्रों में एक स्थिर कुण्डली (Fixed coil) तथा दूसरी गतिशील कुण्डली (Moving coil) होती है। स्थिर कुंडली दो भागों में विभाजित होती है जिससे कि समरुप (uniform) चुम्बकीय क्षेत्र प्राप्त हो सके। स्थिर कुंडली प्राय: मोटे तार से बनाई जाती है तथा अमीटर एवं वाटमीटर में इस कुंडली में मुख्य (main) धारा प्रवाहित होती है। गतिशील कुंडली किसी अधात्वीय (non-metallic) फार्मर पर लिपटी होती है।

नियन्त्रक बलाघूर्ण (Tc) उत्पन्न करने के लिए मीटर में दो कंट्रोल स्प्रिंग प्रयुक्त की जाती हैं। कंट्रोल स्प्रिंग ही प्राय: मूविंग कुण्डली में धारा प्रवाह करने के लिए लीड (Lead) का कार्य करती है। स्थिर एवं गतिशील दोनों कुण्डलियां वायु क्रोड (air core) कुण्डली होती है।
अवमन्दन बलाघूर्ण, वायु घर्षण विधि से उत्पन्न किया जाता है। इसके लिए स्पिन्डल पर एल्यूमीनियम वेन (vane) की व्यवस्था होती है।
शील्डींग (Sheilding) –
डायनेमोमीटर टाइप यन्त्रों में अन्य यन्त्रों की तुलना ने स्थिर कुण्डलियों द्वारा उत्पन्न चम्बकीय क्षेत्र बहुत कमजोर होता है डी.सी. मापन में पृथ्वी का चुम्बकीय क्षेत्र भी यन्त्र के पाठयांक को प्रभावित कर सकता है। अतः डायनेमोमीटर टाइप यंत्र की स्ट्रे (Stray) चुम्बकीय क्षेत्रों से रक्षा करने हेतु शील्डींग आवश्यक होती है। शील्डींग के लिए ये यन्त्र डबल केस में रखे जाते हैं। प्रयोगशाला में प्रयुक्त डायनेमोमीटर टाइप यन्त्र उच्च कोटि की टाइम उच्च कोटि की पालिश किये हुए लकड़ी के बक्सों में रखे जाते हैं।
बलाघूर्ण समीकरण (Torque Equation)
यदि स्थिर कुंडलियों में धारा i1, गतिशील कुण्डली (moving coil) में धारा i2 तथा कुण्डलियों के मध्य पारस्परिक प्रेरण (mutual induction) M हो तब यन्त्र का dθ अंश (Degree) विक्षेपण के लिए विक्षेपण बलाघूर्ण निम्न होता है –
Ti = i1i2 dM/dθ
यदि सूचक का विक्षेप θ हो तब, नियन्त्रक बलाघूर्ण,
Tc = Kθ
डी.सी. पर प्रचालन – यदि कुण्डलियों में धारा I1 तथा I2 हो तब
Td = I1I2 dM/dθ
So, θ = (I1I2/K)(dM/dθ)
डायनेमो मीटर टाइप अमीटर (Dynamometer type Ammeter measuring instruments)

डायनेमोमीटर टाइप वोल्टमीटर मापन यन्त्र (Dynamometer Type Voltmeter Measuring Instrument)

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