नमस्कार दोस्तों, इस लेख में हम जानेंगे कि विद्युत भट्टी (Electric furnace) क्या होती है? तथा विद्युत भट्टी कितने प्रकार की होती है? तथा इनका उपयोग कहां-कहां किया जाता है? तथा इनसे जुड़े हुए अनेक तथ्यों के बारे में जानेंगे।
विद्युत भट्टी (electric furnace)
जब किसी धातु को पिघलाया जाता है तो उसके लिए अत्यधिक ताप की आवश्यकता होती है जोकि किसी सामान्य भट्टियों में होना सम्भव नहीं है तब इस स्थिति में धातुओं को पिघलाने (melt) के लिए विद्युत भट्टियों (Electric furnace) का प्रयोग किया जाता है।
विद्युत भट्टी के प्रकार (types of electric furnace)
विद्युत भट्टी निम्न प्रकार की होती है –
- प्रतिरोध भट्टी (Resistance Oven)
- प्रेरण भट्टी (Induction Furnance)
- आर्क भट्टी (Arc Furnance)
प्रतिरोध भट्टी (Resistance Oven)
प्रतिरोध भट्टी (Resistance oven) अप्रत्यक्ष प्रतिरोध तापन सिद्धांत पर कार्य करती है। प्रतिरोध भट्टियां विभिन्न कार्यों के लिए प्रयोग किया जाता है जेसै धातुओं के ऊष्मा उपचार (Heat treatment) में, सुखाने में,। मिट्टी के पदार्थों को पकाने इत्यादि में। प्रतिरोध भट्टियों में उच्च प्रतिरोधकता वाले एलिमेंट होते हैं जिनसे विद्युत धारा प्रवाहित होती है। ऐलिमेन्ट तार या स्ट्रिप्स के रूप में होते हैं। कुछ भट्टियों में दो इलेक्ट्रोड, विपरीत दीवारों (opposite walls) पर लगे रहते हैं तथा इलेक्ट्रोड में उच्च धारा प्रवाहित की जाती है। ऐलिमेन्ट (elements) का तापन प्रभाव उनमें प्रयुक्त प्रतिरोध तारों पर निर्भर करता है।
उदाहरण के तौर पर नाइक्रोम (80 Ni + 20% Cu) तार के एलिमेंट का तापमान 1000°C तक, निकिल-क्रोम लौह (63% Ni + 15% Cu + 20% Fe) एलिमेंट का तापमान 850°C तक, प्लेटिनम (Platinum) तार के एलिमेंट का तापमान 1500°C तक, मोलिबडनम तार के एलिमेंट का तापमान 200°C तक तथा ग्रेफाइड तार के एलिमेंट का तापमान 3000°C तक होता है। भट्टी का आकार उनसे लिए जाने वाले कार्य पर निर्भर करता है।
जिन भट्टियों में तार या पत्ती (Strip) के प्रतिरोध एलिमेन्ट प्रयोग किये जाते हैं उनके ताप का नियन्त्रण किया जा सकता है तथा जिन भट्टियों (Ovens) में इलेक्ट्रोड प्रयोग किये जाते हैं उनके तार का नियन्त्रण नहीं किया जा सकता है, परन्तु इन भट्टियों से बहुत उच्च तापमान प्राप्त किया जा सकता है।
प्रेरण भट्टियां (Induction Furnances)
निम्नलिखित प्रेरण भट्टियां धातुओं के गलन (melting) के लिए प्रयोग की जाती है –
- क्रोड प्रारूपी प्रेरण भट्टी(Cross types Furnace)
- उर्ध्वाधर क्रोड प्रारूपी भट्टी (Vertical Core type Furnance)
- अप्रत्यक्ष क्रोड प्रारूपी प्रेरण भट्टी (Indirect core type induction Furnace)
- क्रोड रहित प्रेरण भट्टी (Coreless induction Furnace)
आर्क भट्टियां (Arc Furnace)
किसी विद्युत अंतराल (Air gap) में बहुत अधिक उच्च वोल्टेज प्रयुक्त करने पर वायु अंतराल के मध्य की वायु इलेक्ट्रोस्टैटिक-प्रभाव के कारण आयनित हो जाती है। वायु अन्तराल में आयनित वायु चालक पदार्थ का कार्य करती है। वायु अन्तराल में यह धारा सतत चिंगारी (Continuous spark) के रूप में प्रवाहित होती है। इस आर्क को आर्क भट्टियों में प्रयोग कर 3000° से 3500°C तक तापमान प्रयोग किया जा सकता है। आर्क भट्टियों के कक्ष (Chamber) की संरचना अम्लीय या समक्षारीय (basic) गलनरोधी (refractory) पदार्थों से की जाती है।
आर्क भट्टियों के प्रकार (types of arc furnaces)
- प्रत्यक्ष आर्क भट्टियां (Direct Arc Furnance)
- अप्रत्यक्ष आर्क भट्टियां (Indirect Arc Furnace)
प्रत्यक्ष आर्क भट्टियां (Direct Arc Furnance)
यह एक ऐसी भट्टी (furnace) है जिसमें दो इलेक्ट्रोड (electrode)का प्रयोग किया जाता है। इन इलेक्ट्रोड में उच्च धारा प्रवाहित की जाती है जिस कारण इनमें आर्क उत्पन्न हो जाता है इस कारण ताप कक्ष (Heating chamber) का तापमान उच्च हो जाता है जिससे धातुओं को आसानी से पिघलाया (melt) जाता है।

अप्रत्यक्ष आर्क भट्टियां (Indirect Arc Furnace)

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