विद्युत मोटर ( Electric Motor ) घूमने वाला एक विद्युत उपकरण है जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा (घूमने वाला बल) में परिवर्तित करता है। इलेक्ट्रिक मोटर के मुख्य दो घटक होते है जिसे स्टेटर और रोटर के नाम से जाना जाता हैं। ओर स्टेटर स्थिर वाला भाग होता है और रोटर घूमने वाला भाग होता है। कोई भी धारावाही चालक जब चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है, तो वह बल का अनुभव करता है। यह कंडक्टर के चुंबकीय क्षेत्र और मौजूदा चुंबकीय क्षेत्र के बीच बातचीत के कारण है। यही कारण है कि चुंबकीय क्षेत्र में रखी धारावाही कुण्डली घूमने लगती है।
विद्युत मोटर क्या है सिद्धांत है?

विद्युत मोटर ( Electric Motor ) धारा के चुंबकीय प्रभाव के सिद्धांत पर कार्य करती है। इसका सिद्धांत यह है कि जब एक आयताकार कुंडल को चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है और उसमें से करंट प्रवाहित किया जाता है, तो कुंडल पर कार्य करने वाले बलों के परिणामस्वरूप कुंडल घूमता है।
दूसरे शब्दों मे कहें तो इलेक्ट्रिक मोटर इस सिद्धांत पर काम करती है कि चुंबकीय क्षेत्र में रखा गया करंट ले जाने वाला कंडक्टर एक बिदयुत वाहक बल (वोल्ट) का अनुभव करता है। विद्युत जनरेटर का सिद्धांत: विद्युत जनरेटर विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धांत पर काम करता है। जब विद्युत जनित्र की कुण्डली चुंबकीय क्षेत्र में घूमती है।
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विद्युत मोटर की परिभाषा-
इलेक्ट्रिक मोटर एक इलेक्ट्रो-मैकेनिकल मशीन है जो की विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करती है। अर्थात की वे उपकरण जो घूर्णी बल उत्पन्न करते हैं, मोटर कहलाती हैं। ओर विद्युत मोटर ( Electric Motor ) का कार्य सिद्धांत मुख्य रूप से चुंबकीय और विद्युत क्षेत्र की परस्पर क्रिया पर निर्भर करता है।
यह फैराडे के विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के नियम के सिद्धांत पर काम करता है। यह फैराडे के विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के नियम के सिद्धांत पर काम करता है। एक इलेक्ट्रिक मोटर एक विद्युत जनरेटर की रिवर्स प्रक्रिया करता है। इसमें मुख्य रूप से दो भाग स्टेटर और रोटर होते हैं। स्टेटर स्थिर भाग है और रोटर विद्युत मोटर ( Electric Motor ) का घूर्णी भाग है। इसमें दो मुख्य भाग होते हैं एक स्टेटर है और दूसरा रोटर है। स्टेटर मोटर का स्थिर भाग है और रोटर विद्युत मोटर का घूमने वाला भाग है।
विद्युत मोटर कितने प्रकार के होते हैं?
इलेक्ट्रिक मोटर्स को मुख्यतः 2 भागों मे रखा गया है। एसी मोटर ( AC Motor ) ओर डीसी मोटर ( DC Motor ) ओर इन दोनों प्रकार के अनुसार इनमे बहुत प्रकार की मोटर्स आती है जिनकी सूची नीचे दी गई हैं।
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डीसी मोटर ( DC Motor ) के प्रकार
- स्थायी चुंबक डीसी मोटर ( Permanent Magnet DC Motor (PMDC Motor )
- अलग से उत्साहित डीसी मोटर ( Separately Excited DC Motor. )
- सेल्फ एक्साइटेड डीसी मोटर ( Self Excited DC Motor. )
- शंट वाउन्ड डीसी मोटर ( Shunt Wound DC Motor. )
- शीरीस वाउन्ड डीसी मोटर ( Series Wound DC Motor. )
- यौगिक वाउन्ड डीसी मोटर ( Compound Wound DC Motor. )
- शॉर्ट शंट डीसी मोटर ( Short shunt DC Motor. )
- लॉन्ग शंट डीसी मोटर ( Long shunt DC Motor. )
एसी मोटर ( AC Motor ) के प्रकार
- तुल्यकालिक मोटर ( Synchronous Motor )
- इंडक्शन मोटर ( Induction Motor )
- स्टेपर मोटर ( Stepper Motor )
- ब्रशलेस डीसी मोटर्स ( Brushless DC Motors )
- हिस्टैरिसीस मोटर ( Hysteresis Motor )
- रेलकटेन्स मोटर ( Reluctance Motor )
- यूनिवर्सल मोटर ( Universal Motor )
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