
प्रतिरोधक का कलर कोडिंग क्या होता है? (What is the color coding of resistor?)
नमस्कार दोस्तों इस लेख में हम जानेंगे कि प्रतिरोध का कलर कोडिंग (Color coding of resistor) क्या होता है? कलर कोडिंग के द्वारा प्रतिरोध का मान कैसे ज्ञात करें? तथा इससे जुड़े हुए अनेक तथ्यों को जानेंगे।
प्रतिरोध का कलर कोडिंग (Color coding of resistor)
सभी प्रतिरोधों के मान प्राय: उन पर अंकित रहते हैं। प्रतिरोध का मान अंको में अथवा कलर कोड के रूप में निर्माण के समय उन पर अंकित किया जाता है। बड़े आकार के प्रतिरोध जैसे 1000Ω,5W; 200Ω,10W आदि के मान अंकों में उन पर प्रिंट कर दिए जाते हैं। कम क्षमता 1/4W, 1/2W, 1W के प्रतिरोधकों पर प्राय विभिन्न रंगों की पटिया (strips) होती हैं जिनके द्वारा प्रतिरोध का मान ज्ञात किया जा सकता है।

प्रतिरोध पर प्राय: चार रंगों की बैंड होती है। इनमें एक बैंड स्वर्ण (golden) अथवा सिल्वर(silver) बैंड होती है। यह बैंड प्रतिरोध की प्रतिशत टाॅलरेन्स (percentage tolerance) प्रदर्शित करती है। इस बैंड से पहले तीन, अन्य रंगों की बैंड होती है। पहली और दूसरी बैंड का रंग प्रतिरोध के मान का प्रथम एवं द्वितीय अंक प्रदर्शित करता है। तीसरी बैंड का रंग द्वितीय अंक के बाद लगायी जाने वाली शून्यों की संख्या(number of zeros) प्रदर्शित करता है। विभिन्न रंगों के वास्तविक मान निम्न तालिका में दिए गए हैं –
प्रथम बैंड | द्वितीय बैंड | तृतीय बैंड | चतुर्थ बैंड | प्रतिरोधक का मान |
Brown | Red | Red | Silver | 12 × 10² = 1.2KΩ ± 10% |
Yellow | Violet | Black | …………. | 47 ×10 0 = 47 KΩ ± 20% |
Grey | Red | Yellow | Gold | 82 × 10⁴ = 820 KΩ ± 5% |
टाॅलरेन्स (Tolerance)
स्वर्ण बैंड …………..±5%
सिलवर बैंड …………±10%
कोई बैंड नहीं………..±20%
यदि प्रतिरोध में केवल तीन ही पट्टिकायें हैं तथा टाॅलरेन्स प्रदर्शित करने वाली पट्टी नहीं है तब ऐसे प्रतिरोध की टाॅलरेन्स ±20% होती है। इस प्रतिरोध के मान में अधिक परिवर्तन (deviation) संभव होने के कारण इनको डिजाइन परिपथों में प्रयुक्त नहीं करते हैं।

उपरोक्त के आधार पर चित्र में दिए गए प्रतिरोध का मान –
प्रथम बैंड | द्वितीय बैंड | तृतीय बैंड | टाॅलरेन्स | |
रंग | Brown | Black | Black शून्यों की संख्या | Golden |
मान | 1 | 0 | 0 | ±5 |
उपरोक्त प्रतिरोध में शून्यों की संख्या शून्य है अर्थात् प्रतिरोध का मान पहले दो अंकों में 10Ω,±5% ज्ञात किया जा सकता है।
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दूसरे शब्दों में क्यूंकि रतिया बैंड अर्थात मल्टीप्लायर 10 0 है। अत: प्रतिरोध का मान 10 ×10 0 = 10 ओम,±5% होगा।
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