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त्रिफेजी प्रेरण मोटर (Three phase Induction motors)
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त्रिफेजी प्रेरण मोटर क्या है? (What is Three phase Induction Motor in hindi)

नमस्कार दोस्तों इस लेख में हम जानेंगे कि त्रिफेजी प्रेरण मोटर (Three phase Induction Motor) क्या है? यह कितने प्रकार की होती है? तथा इसके विभिन्न भागों के बारे में जानेंगे तथा

त्रिफेजी प्रेरण मोटर की कार्य प्रणाली भी त्रिफेजी ट्रांसफार्मर की भाति विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के नियम पर आधारित है अंतर केवल इतना है कि ट्रांसफार्मर की द्वितीय कुंडली स्थिर रहती है, जबकि प्रेरण मोटर की द्वितीय कुंडली (Rotor) घूमती है।

Three phase Induction Motor
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Three phase Induction Motor

जब प्रेरण मोटर के स्टेटर या प्राथमिक कुंडली को ए.सी. सप्लाई से जोड़ा जाता है तो स्टेटर में एक घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है तो तुल्यकाली गति से घुमता है इस क्षेत्र के घूमने की दिशा स्टेटर की कुण्डलन की धारा के फेज के अनुक्रम (Sequence) अनुसार होती है। त्रिफेजी प्रेरण मोटर में किन्हीं दो तारों (leads) को आपस में बदल देने पर रोटर के घूमने की दिशा विपरीत की जा सकती है।

स्टेटर में उत्पन्न घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र के कारण रोटर में विद्युत वाहक बल उत्पन्न होता है। जिसके कारण रोटर परिपथ में धारा प्रेरित होती है तथा अपना चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न करती है स्टेटर में उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र तथा रोटर द्वारा उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र की पारस्परिक क्रिया (Interaction) के फलस्वरूप रोटर घूमने वाले क्षेत्र (Rotating feild) की दिशा में घुमने लगता है।

त्रिफेजी प्रेरण मोटर का वर्गीकरण (Classification of Three phase Induction Motor)

मुख्य त्रिफेजी प्रेरण मोटर निम्न प्रकार की होती हैं –

  1. पिंजरा प्रारूपी प्रेरण मोटरें (Cage type induction motor)
  2. स्लिप रिंग प्रारूपी प्रेरण मोटरें (Slip Ring type induction motor)

त्रिफेजी प्रेरण मोटर के भाग (Parts of Three phase Induction Motor)

प्रेरण मोटर में मुख्यत: निम्न दो भाग होते हैं –

  1. स्थिर भाग जिसे स्टेटर (Stator) कहते हैं।
  2. घूमने वाला भाग जिसे रोटर (Rotor) कहते हैं।

घूर्णक चुम्बकीय क्षेत्र (Rotating Magnetic feild)

एक घूर्णक चुम्बकीय क्षेत्र वह क्षेत्र है, जिसका परिणाम स्थिर (Constant) रहता है, परन्तु जिसकी अक्ष दिशा (Axis of direction) स्पेस में स्थिर गति से घूमती है। समुन्नत ध्रुव वाली क्षेत्र  प्रणाली, जिसे दिष्ट धारा से उत्तेजित किया गया हो, घूर्णक क्षेत्र की कल्पना की जा सकती है। स्थिर क्षेत्र प्रणाली, स्पेस (Space) में स्थिर रहता है, परंतु यदि क्षेत्र प्रणाली को किसी गति से घुमाया जाये, तब इसका चुंबकीय क्षेत्र भी उसी गति (Same speed) घूमेगा।

इन्हें भी पढ़ें – दिष्ट धारा मोटर क्या है? what is DC motor in hindi

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